बसना नगर में नशीली दवाओं और इंजेक्शन का बढ़ता प्रकोप
समाज और युवाओं पर गहरा दुष्प्रभाव पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता चिंताजनक

महासमुंद , बसना नगर सहित आस पास के गाँवों में नशीली दवाओं और इंजेक्शनों की बढ़ती लत और तस्करी ने समाज पर गहरा प्रभाव डाला है। किन्तु प्रशासनिक अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण यह समस्या और गंभीर हो रही है। नशे की चपेट में आए नाबालिग बच्चों और युवाओं की बढ़ती संख्या, परिवारों का टूटना, और अपराध दर में वृद्धि ने स्थानीय लोगों में चिंता पैदा कर दी है। नशे की लत के कारण कई युवा एवं बच्चे दिनों दिन अपराध की ओर बढ़ रहे हैं। नशीले इंजेक्शनों और दवाओं के दुरुपयोग से हेपेटाइटिस, एचआईवी, और ओवरडोज के मामले बढ़ने की संभावना है नशे की लत के कारण परिवारों में लडाई, झगड़े,चोरी चाकू बाजी की घटनाएँ बढ़ रही हैं। और ये सभी स्थानीय प्रशासन के नाक के नीचे तेजी से बढ़ रहा है। अगर ऐसा ही प्रशासनिक अधिकारियों का रवैया रहा, तो बसना और बसना से लगे आस पास के ग्रामीण क्षेत्र नशे का गढ़ बन जाएगा। बसना क्षेत्र को नशे का गढ़ बनने से बचाने के लिए शासन प्रशासन पुलिस विभाग को कड़ी से कड़ी करवाई करनी होगी और बढ़ते अवैध नशीले पदार्थों पर अंकुश लगाये जायें। जिससे कि बसना क्षेत्र में नशे के कारण होने वाले अप्रिय घटनाओं पर रोक व अपराध का गढ़ बनने से बचाया जा सके।